केतली चाय की
दर्द के दरवाजे पर दस्तक देती ,
लो आ गयी हॉट -चाय की प्याली।
धूंवें बिखेरती ,गिरती -फिसलती कप में ,
घूँट भर -भर कर हलक़ तक पहुंचती मेरे।
तेरी हॉट स्पर्श गले का आलिंगन करती ,
छुई -मुई कर देती है दर्द सारे।
तू चाय है।
एक छोटा -सा शब्द है जरूर।
पर ! बहू -सी निभाती है रिश्ते सारी।
दोस्तों के बीच तल्ख़ियाँ मिटाती तेरी प्याली,
जब यारों संग बैठ पी-लें -प्याली।
तेरे प्याली में डूबते सारे रिश्ते ,
न तुम हो तो सूख जाते सारे रिश्ते।
तेरा साथ शकुन देता है,
मन की मलीनता धो -देता है।
एहसास फुरसत का कराती तेरी प्याली ,
जब -काम के बीच -झूमती -आ जाती -प्याली।
इंतज़ार कराती है दफ़्तर से उनके आने की ,
पति-संग- साथ बैठ प्याली- निभाने की।
तेरे खुशबू में सम्मोहन यूँ होता है ,
खींच सबको यूँ अपनों से बाँध देता है।
हर्षोल्लास -संग मेहमान -नवाज़ी निभाती तू है ,
कोरोना साथ तुलसी संग -भगाती तू है।
तेरी तारीफ़ में शब्द छोटे पड़ते हैं ,
छोटी -इलायची भी तो साथ तेरे संजते हैं।
तेरी सुगंध बदल देती है माहौल को ,
सुस्ती दूर कर चुश्ती बढ़ा देती है।
यूँ- अदरक का साज़ भी जो तेरे हाथों में ,
मानो-मोहिनी -मुरली हो तेरे हाथों में।
अश्वगंधा व् लौंग का कर लेती है जब श्रृंगार तूँ,
दोस्त ! इम्यून सिस्टम को कर देती है बलवान तूँ।
तू आजा !
भर -लूँ मैं अपनी प्याली में।
नशा शराब में नहीं है ,
है तेरी प्याली में।।
-अनुपमा उपाध्याय त्रिपाठी
*we do not own the illustrations. For details about the painting, check this link.
Woww
जवाब देंहटाएंThanks 😊😍
जवाब देंहटाएंVery nice
जवाब देंहटाएंKeep going!!!
जवाब देंहटाएंThanks 😊
हटाएंबोहोत ही गहरी सोच है।
जवाब देंहटाएंThanks 😊
हटाएंBahut khub
जवाब देंहटाएंThanks 😊
हटाएंबोहोत अछा लिखा है अपने, चाय चीज ही ऐसी है।
जवाब देंहटाएंचाय का अति सजीव चित्रण किया है अपने।
*बहुत
जवाब देंहटाएंआपने*
जवाब देंहटाएंVery innovative thought
जवाब देंहटाएंThanks ☺️
हटाएंNice written
जवाब देंहटाएंThanks ☺️
हटाएंचाय..
जवाब देंहटाएंहर्बल चाय
वाह!
Thanks ☺️☺️
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